अब ओपन हार्ट सर्जरी के बिना ही वॉल्व को ठीक करना हुआ संभव
BREAKING
पाकिस्तान ने भारत में 300-400 ड्रोन छोड़े; तुर्किये मेड ड्रोनों से हमला, कर्नल सोफिया ने कहा- बठिंडा सैन्य स्टेशन को निशाना बनाने की कोशिश की चंडीगढ़ में शाम 7 बजे तक सभी दुकानें बंद करने का आदेश; बार-क्लब, रेस्टोरेंट और मॉल भी बंद होंगे, DC ने लोगों को अलर्ट रहने को कहा चंडीगढ़ DC का आदेश- शहर में नहीं फोड़े जाएंगे पटाखे; शादी या किसी भी सेलिब्रेशन में आतिशबाज़ी नहीं, कहा- लोग पैनिक हो सकते हैं IPL 2025 के अभी और मैच नहीं होंगे; भारत-पाकिस्तान टकराव को देख BCCI का बड़ा फैसला, IPL अनिश्चितकाल के लिए सस्पेंड भीख मांगने पर आ गया पाकिस्तान; दुनिया से गिड़गिड़ाकर और कर्ज मांग रहा, बोला- भारत ने बहुत नुकसान पहुंचाया, अर्जेंट लोन की जरूरत

अब ओपन हार्ट सर्जरी के बिना ही वॉल्व को ठीक करना हुआ संभव

Good News for heart patient

Good News for heart patient

अर्थ प्रकाश/सुशील सहगल
पंचकूला 25 जुलाई। Good News for heart patient:
ओजस हॉस्पिटल सेक्टर 26, पंचकूला  (अल्केमिस्ट हॉस्पिटल्स का एक यूनिट) में  इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी में एक और नई उपलब्धि हासिल की है। ओजस हॉस्पिटल में टीएवीआर (ट्रांसकथेतर  एओर्टिक वाल्व रिप्लेसमेंट) प्रोसीजर से एक 77 वर्षीय व्यक्ति जो गंभीर एओर्टिक स्टेनोसिस, किडनी समस्या , सिस्टोलिक डिसफंक्शन आदि से ग्रस्त था, का सफल इलाज किया गया।   

ओजस हॉस्पिटल के कार्डियोलॉजी विभाग के अध्यक्ष डॉ अनुराग शर्मा के नेतृत्व में इस जटिल प्रोसीजर को सफलतापूर्वक अंजाम दिया गया। इस पूरी प्रक्रिया में डॉ मुनीश देव, कन्सल्टेंट इंटरवेंशनल कार्डियोलॉजी, और डॉ अश्वनी नय्यर, वरिष्ठ सलाहकार कार्डियक एनेस्थेजिया, साथ ही डॉ गीतिका, कन्सल्टेंट कार्डियक एनेस्थेजिया ने अपना भरपूर सहयोग दिया।    

अर्थ प्रकाश से बातचीत करते हुए डॉ अनुराग शर्मा ने बताया कि टीएवीआई एक आधुनिक हृदय प्रक्रिया है, जिसका उपयोग एओर्टिक  वाल्व के साथ समस्या को ठीक करने के लिए किया जाता है, जो हृदय से बाकी शरीर तक रक्त प्रवाह को नियंत्रित करने वाले एक द्वार की तरह काम करता है। कभी-कभी, यह वाल्व कठोर और संकुचित हो जाता है, जिससे रक्त को ठीक से प्रवाहित करना मुश्किल हो जाता है।

डॉ अनुराग शर्मा ने जानकारी सांझा करते हुए बताया कि पहले, इस वाल्व समस्या को ठीक करने के लिए ओपन हार्ट की सर्जरी की जरूरत होती थी, जो जोखिम भरी होती थी और इसे पूर्ण होने में काफी समय लग जाता था। लेकिन टीएवीआई के साथ, डॉक्टर अब, ओपन हार्ट की सर्जरी के बिना ही वाल्व को ठीक कर सकते हैं। इस प्रक्रिया में अब एक छोटी टयूब (कैथीटर) का उपयोग करके एक नया कृत्रिम वाल्व हृदय में स्थानांतरित कर दिया जाता है । यह नया वाल्व पुराने और क्षतिग्रस्त वाल्व का स्थान लेता है और रक्त को फिर से सहज रूप से प्रवाहित करता है। डॉक्टर अनुराग शर्मा ने बताया की मरीज अब बिलकुल स्वस्थ है और उसे हस्पताल से छुटटी दे दी गई है।

यह पढ़ें:

प्रदेश में धान की दोबारा रोपाई करने वाले किसानों को भी मिलेगा मुआवजा: मुख्यमंत्री

पंचकूला को प्लास्टिक मुक्त करने को लेकर संयुक्त आयुक्त ने विभिन्न NGO's के साथ की बैठक।

आम आदमी पार्टी का मणिपुर में महिलाओं पर अत्याचार को लेकर सोनीपत में जोरदार प्रदर्शन